हाल ही में मंडियों में नई सोयाबीन की आवक में तेजी आई है। किसानों द्वारा पिछले एक महीने से सोयाबीन के भाव ₹6000 प्रति क्विंटल किए जाने की मांग को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन का सरकार पर कुछ असर पड़ा है। अब सरकार ने सोयाबीन को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदने का निर्णय लिया है। इस प्रक्रिया की शुरुआत आज से हो रही है, जिसमें पहले पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होगी और खरीद प्रक्रिया 25 अक्टूबर से शुरू होगी।
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कटाई और आवक में वृद्धि
इस बीच, मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में सोयाबीन की कटाई का काम शुरू हो गया है। नई फसल कटने के बाद मंडियों में इसकी आवक धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। व्यापारियों और कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 15 दिनों में कृषि उपज मंडियों में सोयाबीन की बंपर आवक देखने को मिलेगी।
नमी के स्तर और भाव
मंडी में वर्तमान में 10% से लेकर 28% नमी वाले सोयाबीन की आवक हो रही है। पुरानी सोयाबीन की तुलना में नई सोयाबीन के भाव में अंतर साफ दिख रहा है। कृषि उपज मंडियों में इंदौर और उज्जैन में नई सोयाबीन की आवक बढ़ रही है। उज्जैन मंडी में सोमवार को 6500 बोरी सोयाबीन आई, जिसमें से लगभग 1000 बोरी नई सोयाबीन थी।
पुरानी सोयाबीन की नीलामी के भाव 4655 से 4736 रुपए प्रति क्विंटल रहे, जबकि नई सोयाबीन का भाव 3501 से 4485 रुपए के बीच रहा।
किसान आंदोलन का प्रभाव
किसानों ने पिछले महीने सोयाबीन के भाव बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया था। विशेषज्ञों की सलाह के बाद उन्होंने 6000 रुपए प्रति क्विंटल की मांग रखी। हालांकि, इस आंदोलन का ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा। लेकिन, यह निश्चित रूप से सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीदी करने के लिए प्रेरित किया।
सरकार ने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में सोयाबीन को 4892 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदने का निर्णय लिया है।
सोयाबीन की खरीदारी की प्रक्रिया
सोयाबीन की खरीदारी की प्रक्रिया 25 अक्टूबर से शुरू होगी। वर्तमान में, किसानों का मानना है कि वे गीली सोयाबीन बेचने के बजाय अपने उत्पाद को सूखने के लिए रखेंगे। उनका मानना है कि जब तक उपज 5 किलो तक सूख नहीं जाती, तब तक समर्थन मूल्य पर खरीदी का लाभ उठाने की संभावना है।
भाव में तेजी की संभावनाएं
किसानों की मांग पर कोई भी स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दिख रही है। वहीं, सोयाबीन प्लांट में डिमांड जीरो है। मौसम के गर्म होने के साथ, मंडियों में आवक बढ़ने से भाव में तेजी की संभावना कम है। व्यापारी भी मानते हैं कि समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू होते ही भाव में कुछ बदलाव आ सकता है।
मंडियों में चल रहे भाव
इंदौर और नीमच के प्लांटों में नई सोयाबीन की खरीदी के भाव 4475 से 4850 रुपए प्रति क्विंटल के बीच हो रहे हैं। वहीं, पुरानी सोयाबीन का भाव 4800 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। विभिन्न स्थानों पर भावों में थोड़ा भिन्नता है।
कोरोनेशन, धानुका, और अन्य कंपनियों द्वारा सोयाबीन के लिए दिए गए भावों की एक सूची इस प्रकार है।
इंदौर (मध्यप्रदेश): मित्तल 4800, नीमच 4850, पतंजलि फूड 4725, प्रकाश 4735।
नागपुर (महाराष्ट्र): आदित्य 4775, गोयल 4725।
सोयाबीन की नई फसल की आवक बढ़ने से बाजार में हलचल तेज हुई है। किसानों को समर्थन मूल्य मिलने की उम्मीद है, जिससे उन्हें राहत मिलेगी। हालांकि, मौसम की स्थिति और मंडियों में आवक की मात्रा भाव को प्रभावित कर सकती है। आने वाले दिनों में सरकार की नीतियों और मंडी के हालात पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा, ताकि किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके।
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