कमलनाथ ने MP सरकार से गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग की! कहा – चुनाव में किया वादा निभाओ, किसानों को 2700 रुपये प्रति क्विंटल का भाव दो!
दोस्तों, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजनीति में एक बार फिर किसानों का मुद्दा गरमा गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने मध्य प्रदेश सरकार से गेहूं (Wheat) का समर्थन मूल्य (MSP – Minimum Support Price) बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने सरकार को याद दिलाया है कि बीजेपी (BJP) ने चुनाव में किसानों से गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपये प्रति क्विंटल करने का वादा किया था।
कमलनाथ ने क्या कहा?
कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर लिखा, “प्रदेश में गेहूं की फ़सल तैयार होने वाली है और आने वाले कुछ सप्ताह में गेहूं ख़रीद की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। मैं भाजपा सरकार को याद दिलाना चाहता हूँ कि आपने किसानों को गेहूं का 2700 रुपया प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का चुनावी वादा किया था। इसलिए तुरंत गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2700 रुपया प्रति क्विंटल घोषित किया जाए और इसी क़ीमत पर तुलाई केंद्रों पर गेहूं की सरकारी ख़रीद की जाए।”
बीजेपी को याद दिलाया चुनावी वादा
कमलनाथ ने बीजेपी को उसका चुनावी वादा याद दिलाते हुए कहा कि प्रदेश में गेहूं की फसल तैयार होने वाली है और कुछ हफ्तों में गेहूं खरीदने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। ऐसे में बीजेपी को किसानों से किए वादे को पूरा करना चाहिए।
पहले भी कर चुके हैं मांग
बता दें कि कांग्रेस लगातार किसानों के मुद्दों को लेकर प्रदेश सरकार को घेर रही है। इससे पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी कह चुके हैं कि भाजपा ने चुनावी घोषणा पत्र में गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपये और धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये करने का वादा किया था, लेकिन सरकार बनने के एक साल पूरा होने के बाद भी ये वादा अधूरा है। किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस प्रदेशव्यापी आंदोलन भी कर चुकी है और अब भी लगातार हमलावर है।
किसानों की लागत बढ़ रही है – कमलनाथ
कमलनाथ ने यह भी कहा कि पिछले कुछ वर्षों में किसानों की लागत लगातार बढ़ती जा रही है, ऐसे में 2700 रुपया प्रति क्विंटल भी कोई बहुत अधिक MSP नहीं है।
सरकार पर साधा निशाना
कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश का किसान पहले ही देख चुका है कि बीजेपी ने वादे के मुताबिक धान पर 3100 रुपये प्रति क्विंटल MSP नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अगर अब गेहूं का 2700 रुपये प्रति क्विंटल नहीं दिया जाता तो किसानों को यह स्पष्ट हो जाएगा कि बीजेपी न सिर्फ किसान विरोधी है, बल्कि पूरी तरह से किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है।
अब देखना यह है कि कमलनाथ की इस मांग पर मध्य प्रदेश सरकार क्या फैसला लेती है। क्या सरकार किसानों से किए वादे को पूरा करते हुए गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपये प्रति क्विंटल करेगी? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
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